पानी भी ज्यादा है
इनके डूबने के लिए
आत्मा इनकी मर चुकी
जुबां पर लगाम नहीं
इंसान के रूप में
शैतान हैं ये
गिरगिट भी शर्माए
उनके रंग बदलने से
निरंतर सत्ता के लालच में
धर्म, ईमान सब भूल गए
भ्रष्टाचार में ऊपर से
नीचे तक डूबे हैं ये
नेता नहीं
देश के लिए कलंक हैं ये
जवाब इनको देना है
बहिष्कार इनका करना है
अन्ना को ज़िंदा रखना है
देश के लिए
27-08-2011
11402-124-08-11
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