मुझे वादे नहीं
चाहिए
ना ही जिस्म की
ज़रूरतें चाहिए
मुझे चाहिए
तुम्हारा साथ
तुम्हारा विश्वास
तुम्हारी प्रेरणा
जिसे पाकर
मैं चलता रहूँ
आगे बढ़ता रहूँ
अकेलापन दूर
कर सकूँ
खुद को पा सकूँ
निरंतर चैन से
जी सकूँ
व्यथा में तुम्हारी
तरफ देख सकूँ
फिर से हँस सकूँ
11-08-2011
1339-61-08-11
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