निरंतर कुछ सोचता रहे,कुछ करता रहे,कलम के जरिए बात अपने कहता रहे.... (सर्वाधिकार सुरक्षित) ,किसी की भावनाओं को ठेस पहुचाने का कोई प्रयोजन नहीं है,फिर भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे तो क्षमा प्रार्थी हूँ )
मेरा उनसे
एक रिश्ता हो गया
ख़्वाबों को मकसद
हसरतों को मुकाम
मिल गया
मंजिल का पता
चल गया
मन मेरा डोल गया
उन्हें देखा नहीं
उनसे मिला नहीं
फिर भी कुछ ऐसा
हो गया
निरंतर खामोश मन
चंचल हो गया
दिल बावरा हो गया
अब उनका हो गया
04-08-2011
1302-24-08-11
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