पानी सर से
गुजर जाए
हम मोहब्बत में
डूब जाएँ
उस से पहले
फैसला कीजिये
या तो हाँ कीजिए,
अपना पता बताइए
पैगाम भिजवाइए
कुछ गुफ्तगू कीजिए
या फिर ना कहिए
ख्वाइशों को खामोश
कीजिए
कोई और मुकाम
तलाश करने दीजिए
कुछ तो कीजिए
निरंतर यूँ ना सताइए
और ना तरसाइए
अब फैसला कीजिए
27-08-2011
11406-128-08-11
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