बस तिरछी नज़र से
देख लेते हैं
अपनी शिकायत दर्ज
कर देते हैं
उनकी उस निगाह से
डरता हूँ
उनकी नाराजगी से
घबराता हूँ
कहीं दिल से ना लगा लें
रुस्वां ना हो जाएँ
मोहब्बत का
इंतकाल ना हो जाए
इसलिए निरंतर उन्हें
मना के रखता हूँ
आखिर दिल से जो
चाहता हूँ
10-08-2011
1333-55-08-11
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