307—02-11
जो भी
अच्छा लगता
दिल को भाता
साफ़ साफ़ उसे बताता
किसी को अच्छा लगता
कोई मुंह चढ़ाता
परवाह कभी ना करता
जिस को अच्छा लगता
सलाम उस को करता
जो मुंह चढ़ाता
उस के लिए दुआ करता
जिस को कोई चाहे
खुशकिस्मत वो
जो ठुकराए
बद किस्मत वो
चाहत तोहफा खुदा का
समझता
नफरत तरीका हैवान का
मानता
22-02-2011
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर",अजमेर
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