308—02-11
निरंतर
इंतज़ार रहता
इंतज़ार ख़त्म होने का
उम्मीद पूरे होने का
सपनों के रुकने का
दिल के
संतुष्ट होने का
चैन से रहने का
निश्चिंत सोने का
जी भर के हंसने का
हर पल मुस्कराने का
बेख़ौफ़ जीने का
उन्मुक्त रहने का
बार बार भूलता
इंतज़ार ख़त्म होगा
तो
इंसान कौन कहेगा
किसी और नाम से
पुकारेगा
22-02-2011
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर",अजमेर
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