फूलों की सुगंध
पक्षियों की चचहाहट
कल कल करते
झरनों की ध्वनि
गर्मी की दोपहर में
शीतल वायु का स्पर्श
किस को अच्छा नहीं
लगता
पर मन व्यथित हो
तो कुछ नहीं भाता
केवल एकांत भाता
अकेलापन साथ
निभाता
पक्षियों की चचहाहट
कल कल करते
झरनों की ध्वनि
गर्मी की दोपहर में
शीतल वायु का स्पर्श
किस को अच्छा नहीं
लगता
पर मन व्यथित हो
तो कुछ नहीं भाता
केवल एकांत भाता
अकेलापन साथ
निभाता
891-10-03-12-2012
एकांत, अकेलापन,
मन
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