कभी मन से भी तो
पूछ लो
क्या इतनी तंगदिली
अच्छी
कभी दिल से भी पूछ लो
क्या हमसे
इतनी नफरत अच्छी
गर कह दे दिल तुम्हारा
यूँ ही
नफ़रत करते रहो हमसे
तो खामोश मत रहना
साफ़ साफ़ कह देना
साफ़ साफ़ कह देना
हम समझ जायेंगे
गर दिल ना माना बात
तुम्हारी
तो दिल से वादा करना
मुस्काराते चेहरे से
हमें माफ़ कर दोगे
चेहरे की
हँसी फिर लौटा दोगे
914-32-08-12-2012
नफरत,तंगदिली,प्यार
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