कभी कभी जीवन में
ऐसा समय भी आता है
जब अपने भी पराये
लगते हैं
रिश्ते नाते अविश्वास के
घेरे में घिर जाते हैं
आशाओं के आकाश
निराशा के बादलों से
ढक जाते हैं
भावनाओं के बाँध
टूट जाते हैं
केवल आसूं ही मनुष्य
का साथ निभाते हैं
965-84-19-12-2012
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जीवन, आशा ,निराशा
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