बड़ा हूनर चाहिए
दोस्त को दुश्मन
समझने में
हाथ में खंजर
चेहरे पर हँसी रखने में
मैं हूनर मंद नहीं हूँ
दोस्त को
दोस्त समझता हूँ
दोस्त के
रोने पर रोता हूँ
दोस्त के
हँसने पर हँसता हूँ
932-51-12-12-2012
शायरी,दोस्त,दुश्मन,
हूनर
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