दिल
अब तुम्हारे हवाले
प्यार से रखो या
ठोकर मारो
फैसला अब हाथ तुम्हारे
तोड़ो या धड़कन दिल की
बनाओ
हमें जो करना था
कर दिया
सब कुछ तुम्हें
सौंप दिया
अब चाहो या ना चाहो
कुबूलो या अकेला
छोड़ दो
निरंतर चाहा तुम्हें
दिल-ओ-जान से
अपना माना तुम्हें
दिल में रखो या
जगह क़दमों में दो
जो चाहो सुलूक करो
सीने से लगाओ या
खंजर मारो
अब दिल हवाले तुम्हारे
अपना बनाओ या
ठोकर मारो
03-12-2010
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