गर दिल यूँ ही
सताता रहेगा
उम्र का लिहाज भी
ना करेगा
कभी बूढा ना होने देगा
निरंतर
नए ख्वाब दिखाता
रहेगा
इंतज़ार में डूबा
रखेगा
तो कहीं मरना ही
ना भूल जाऊं
मर भी जाऊं
तो जाकर लौट
आऊँगा
हसीं अहसासों का
लुत्फ़ लेता रहूँगा
लम्हा लम्हा मस्ती में
जीता रहूँगा
10-12-2011
1850-18-12
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