Thursday, December 22, 2011

उनको शिकायत है


यूँ मिले की
मुलाक़ात ना हो सकी
नज़रों से नज़रें मिली
होंठ भी काँपे
मगर बात ना हो सकी
दिल की दिल में
रह गयी
किश्ती किनारे से
दूर रह गयी
आँखें
 रोते रोते थक गयी
फिर भी
उनको शिकायत है
हमने
कोशिश नहीं करी
22-12-2011
1880-48-12

1 comment:

Anonymous said...

khubsurt vichar ...or koshish ka sarthak prdarshan...