Thursday, December 20, 2012

देश में अज़ब तमाशा हो गया है



देश में अज़ब तमाशा हो गया है
प्रजातंत्र का सत्यानाश हो गया है
देश नेताओं की भेंट चढ़ गया है
नेता का बेटा भी नेता हो गया है
रातों रात अमीरों को बाप हो गया
बिना पैंदे का नेता तो बना ही
बिना धंधे का धंधेबाज़ हो गया है
पढ़ा चाहे चार क्लास भी नहीं हो
पढने वालों से आगे निकल गया है
बेकार से अब काम का हो गया है
गरीब बेचारा गरीब ही रह गया है
पहले भी भूख से मरता रहा है
अब भी भूख से मर रहा है
देश में अज़ब तमाशा हो गया है
974-93-20-12-2012
देश,भ्रष्टाचार,नेता, प्रजातंत्र

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