Sunday, February 19, 2012

तेरे घर पर जब ......

तेरे घर पर
जब रोशनी की
लडिया सजेगी 
शहनाई बजेगी
मेहमानों की भीड़
जुटने लगेगी
पकवानों की खुशबू
गीतों की आवाज़
आने लगेगी
सहेलियां नाचने 
लगेगी
मैं समझ जाऊंगा
अब जीना बेकार है 
तेरी खुशी में
रोड़ा नहीं बनूंगा
बिना बताये
दुनिया से चले 
जाऊंगा
तेरे प्यार में कुर्बान
हो जाऊंगा
19-02-2012
200-111-02-12

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