हकीकत ही तो है
अब किसी की
सूरत नहीं भाती
किसी की आवाज़
अच्छी नहीं लगती
किसी की आँखों में
डूबने का
मन नहीं करता
किसी के नाम पर
दिल नहीं धड़कता
कोई चाल
मतवाली नहीं लगती
किसी का
ख्याल नहीं आता
कोई मेरे ख़्वाबों में
नहीं आता
क्यों की मुझे उससे
इश्क हो गया है
सिवाय उसके
कुछ और नहीं
सूझता
19-02-2012
201-112-02-12
1 comment:
हकीकत ही तो है....
इश्के इज़हार कीजिये कुछ इस तरह..
ख्वाब में आये भी तो वो मना न कर पाए...!!
Post a Comment