हँसमुखजी
बचपन से बड़े भोले थे
सच बोलने की
बीमारी से ग्रसित थे
इसे कारण कई बार
परेशानी में फंस चुके थे
स्कूल में सबसे
उत्तम कविता लिखने पर
पुरूस्कार देते समय
मुख्य अतिथी ने पूंछ लिया
कविता लिखने में कितना
समय लगा
हँसमुखजी ने तपाक से
सच बोल दिया
मेरे पिताजी से पूछो
जिन्होंने कविता लिखी है
उनका पुरूस्कार छिन गया
क्लास में
सहपाठी लडकी ने पूछ लिया
मैं कैसी दिखती हूँ
हँसमुखजी ने सच बोल दिया
स्कूल की सारी लडकियां
तुमसे ज्यादा सुन्दर हैं
लडकी ने कुढ़ कर उसको छेड़ने की
झूठी शिकायत मास्टरजी से कर दी
सज़ा के तौर पर हँसमुखजी
दो चार दिन के लिए स्कूल से
निकाले गए
थप्पड़ खाने पड़े सो अलग
बहन को विवाह के लिए देखने
घर पर आये लड़के ने पूछ लिया
सच बताना तुम्हारी बहन कैसी है
हँसमुखजी ने भोले पन में
तपाक से सच उगल दिया
बहन तो बहुत अच्छी है
पर बाल काले करने के बाद
और सुन्दर दिखती है
पांच छ दांत नकली हैं
मगर खाने में कोई तकलीफ नहीं है
कान से सुनायी नहीं देता
पर सुनने की मशीन लगाने के बाद
फुसफुसाहट भी सुन लेती है
आँखों से दिन में तो ठीक दिखता है
मगर रात को कुछ नज़र नहीं आता
इलाज चल रहा है
डाक्टर ने कहा है
आधा दिखने लग जाएगा
वैसे उम्र में आप से पांच साल बड़ी है
पर देखने में आपसे छोटी लगती है
हँसमुखजी आगे कुछ बोलते
उसके पहले ही लड़का बोल उठा
भगवान् तुम्हें सलामत रखे
जीवन भर यूँ ही सच बोलते रहना
मैं जा रहा हूँ
तुम्हारी बहन को कह देना
24-02-2012
235-146-02-12
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