तुमने हाल भी
ना पूंछा हमारा
फिर भी
ना ही रंज दिल में
फिर भी
ना ही रंज दिल में
ना शिकवा
ना गिला तुमसे
हम ही भूल गए थे
हकीकत को
तुम्हें अपना समझ
बैठे थे
उम्मीद करने लगे थे
अश्कों को पोंछोगे
कंधे पर हाथ रखोगे
हमारी
किस्मत बदल दोगे
हम ही भूल गए थे
हकीकत को
तुम्हें अपना समझ
बैठे थे
उम्मीद करने लगे थे
अश्कों को पोंछोगे
कंधे पर हाथ रखोगे
हमारी
किस्मत बदल दोगे
22-02-2012
221-132-02-12
No comments:
Post a Comment