Thursday, February 16, 2012

याद रहेंगे सिर्फ कारनामे तुम्हारे

ना घमंड में चूर रहो  
ना ही
समझो वक़्त यही
रहेगा हर दम
जब तक है दम में दम
सोचते हो झुका दोगे
आसमां को भी तुम
समझते नहीं
किसी को कुछ भी तुम 
जब बचेगा नहीं
तुम में दम
दबा दिए जाओगे
ज़मीं के अन्दर तुम
ना करेगा
याद तुम्हें कोई
भूल जायेंगे सब 
याद रहेंगे
सिर्फ कारनामे
तुम्हारे
16-02-2012
174-85-02-12

2 comments:

Dr.Neha Nyati said...

very nice message has been delivered by the poetry-"to be down to earth" and to believe work as worship,and goin on and on......

***Punam*** said...

sahi kaha....
sabhi ko do gaz jameen ke neeche jana hai....