गहरी नींद में सोया
हुआ था
धमाके ने नींद से
उठा दिया
देखा तो उनका दिल
ज़मीन पर फटा पडा था
मुझ से कहने लगा
निरंतर ख़्वाबों में
आने की कोशिश कर
रहा था
तुम नींद में खोये थे
जहन के दरवाज़े बंद थे
तुम्हें होश में लाने के
खुद को कुर्बान होना पडा
चौकन्ना हो कर
सोया करो
ज़रा सी आहट पर
उठ जाया करो
क्या पता कौन आ कर
धमाका कर दे ?
अपनी जान की फ़िक्र
किया करो
कम से कम
चाहने वालों का तो
ध्यान रखा करो
23-05-2011
916-223-05-11
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