Thursday, May 26, 2011

कई मसलों से घिरी ज़िन्दगी

कई मसलों से
घिरी ज़िन्दगी
बच्चे को हँसते देख
फूल को खिलते देख
तितली को उड़ते देख
मन को राहत देती
चिड़िया को चहचहाते  देख
किसी दोस्त को आते देख
मन में खुशी होती
  कर्णप्रिय संगीत सुनने से
सुन्दर तस्वीर देखने से
प्यार के दो शब्दों से
मन में शांती होती
ज़िन्दगी की ज़द्दोज़हद
निरंतर चलती रहती
छोटी छोटी बातों से
उम्मीद कायम रहती
होठों की मुस्कराहट
बनी रहती
ज़िन्दगी की तकलीफें
कम लगती 
26-05-2011
938-145-05-11
 

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