Tuesday, May 10, 2011

जीना भी मरने समान है



दूर हो या पास हो  
मेरी हसरतों की
मंजिल हो
हर वक़्त मेरे साथ हो
हर धड़कन में शुमार हो
निरंतर मेरी आस हो 
जीने का मकसद हो
तुम्हारे बिना हर सांस
बेकार है
जीना भी मरने
समान है
10-05-2011
834-41-05-11

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