एक जवान शहीद हुआ
माँ ने इकलौता बेटा खोया
शोक का माहौल था
हर शख्श आंसू बहा
रहा था
माँ की आँखें नम थी
चुपचाप कौने में बैठी थी
दिलासा में किसी ने
सब्र से काम लेने
हिम्मत और होंसला
रखने को कहा
माँ ने जवाब दिया
ना बेसब्र हूँ
ना होंसला और
हिम्मत खोयी
दुःख इस बात का कि
मैंने मेरा बेटा खोया
संतोष इस बात का
देश रक्षा में न्योछावर हुआ
अफ़सोस की सिर्फ
एक बेटे को जन्म दिया
परमात्मा से प्रार्थना
कर रही हूँ
अगले जन्म में भी मुझे
माँ बनाना
ढेरों बेटो को जन्म दे सकूँ
निरंतर
देश को अर्पित कर सकूँ
ऐसी किस्मत देना
25-07-2011
1233-113-07-11
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