आज ख़्वाबों में
दीदार तुम्हारा हुआ
हमें सोते से जगाया
खामोश ख्यालों में
उबाल आया
दिल की आग को
भड़काया
ख्वाइशों का
नया दौर शुरू हुआ
सुकून को भगाया
बेचैनी को न्योता दिया
अब दिन निरंतर
इंतज़ार में कटेंगे
आँखों से अश्क बहेंगे
हसरतें पूरी हो जाएँ
दिन रात दुआ करेंगे
मर मर कर जियेंगे
मोहब्बत के
सारे रंग देखेंगे
तुम्हारी सूरत ने
दिल को लुभाया
तुम्हें पाने के लिए
सब खुशी से सहेंगे
जाँ भी देनी पड़े
हंस के दे देंगे
26-07-2011
1239-119-07-11
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