आँखों ने रोना
दिल ने तडपना
छोड़ दिया
खूबसूरत चेहरों ने,
शोख अंदाज़ ने
लुभाना छोड़ दिया
अब हमने उम्मीद
करना छोड़ दिया
खुद पर
काबू कर लिया
चुप रहना,
हंस कर बर्दाश्त
करना सीख लिया
निरंतर मर कर भी
जीना सीख लिया
बिना किश्ती के
किनारा ढूंढ लिया
15-07-2011
1185-68-07-11
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