बस एक बार कह दो
तुम मेरी हो
कसम खुदा की
फिर ना पूछूंगा
ना शक शुबाह रखूंगा
ना ख़्वाबों में देखूंगा
नज़रों से दूर ना
होने दूंगा
हर नखरा उठाऊंगा
हर बात मानूंगा
चुप रहूँगा
किसी और की
ना हो कभी
निरंतर दुआ खुदा से
करूंगा
आराम से सुलाऊंगा
खुद भी आराम से
सोऊँगा
28-07-2011
1257-141 -07-11
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