कुछ बनना है
सोचता रहा
समस्याओं से
भिड़ता रहा
काम में जुटा रहा
हवा भी ना लगी
कब जवानी को
पार किया
प्यार क्या होता ?
कैसे किया जाता ?
सवाल बना रहा
ज़िन्दगी की गुत्थियां
सुलझाता रहा
सुकून की
तलाश में निरंतर
भटकता रहा
बस किसी तरह
जीता रहा
13-07-2011
1175-58-07-11
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