जिस पौधे में
कलियाँ ना खिले
वो किसे भाता ?
जो कली फूल बन कर
ना खिले
उसे कौन चाहता ?
जो फूल
रूप से नहीं लुभाए
वो किसे अच्छा लगता ?
अपनी महक से
मदमस्त ना करें
उसे कौन याद रखता?
जो मनुष्य
मधुर व्यवहार ना करे
वो किसे भाता ?
जो अपने कर्मों की
कलियाँ ना खिले
वो किसे भाता ?
जो कली फूल बन कर
ना खिले
उसे कौन चाहता ?
जो फूल
रूप से नहीं लुभाए
वो किसे अच्छा लगता ?
अपनी महक से
मदमस्त ना करें
उसे कौन याद रखता?
जो मनुष्य
मधुर व्यवहार ना करे
वो किसे भाता ?
जो अपने कर्मों की
महक
जग में ना फैलाए
उसे कौन याद रखता?
जग में ना फैलाए
उसे कौन याद रखता?
25-02-2012
243-154-02-12
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