वो लाख सता लें
लाख तड़पा लें
तोहमतें हज़ार
लगा लें
जी भर के बहाने
बना लें
ना आँखों से कोई
अश्क गिरता
ना दिल में दर्द होता
अब दर्द भी बेवफा
हो गया
वो भी जान गया
मैं उनकी मोहब्बत में
अंधा हो गया
उनका हर हरकत में
मोहब्बत का नया
अंदाज़ नज़र आता
निरंतर मेरी चाहत में
इजाफा होता रहता
02-07-2011
1124-08-07-11
(इजाफा=बढना)
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