Friday, February 17, 2012

मोहब्बत का कोई पर्व नहीं होता


दोस्त ने
हँसमुखजी को
ताना मारा
बड़े ही
विचित्र आदमी हो
तुमने वैलंटाइन डे नहीं
मनाया ?
क्या भाभी जी से
मोहब्बत नहीं करते
हँसमुखजी बोले
मोहब्बत का
कोई पर्व नहीं होता
मोहब्बत दिल से होती
 हर क्षण हर दिन
दिल में पलती है
उसकी आग
कभी कम नहीं होती
ना उसे दिखाने की
ना ही मनाने की
आवश्यकता होती
जीने के लिए साथी की
याद ही काफी होती
मुझे हँसी आती है
लोग मोहब्बत का भी
पर्व मनाते हैं
17-02-2012
184-95-02-12

1 comment:

***Punam*** said...

मोहब्बत दिल से होती
दिल में पलती
उसकी आग
कभी कम नहीं होती
ना उसे दिखाने की
ना ही मनाने की
आवश्यकता होती

bahut sahi kaha aapne....