Monday, July 4, 2011

ज़माने से डरते हो तो
खुद को छिपा लेना
होठ अपने सी लेना
ख़्वाबों में हमसे
मिल लेना
वहीँ हम को सदा 
दे देना
दिल की बातें कर लेना
मुमकिन ना हो तो
निरंतर इशारों से
कह देना
दिल हमारा हर बात
तुम्हारी जान लेगा
आखिर तो दिल
तुम्हारा है
04-07-2011
1136-20-07-11
 (सदा देना=आवाज़ देना)

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