मेरी इल्तजा सुनना
ज़रूर
सपने में आना ज़रूर
आओ तो रुकना ज़रूर
लौट कर ना जाना
नींद से ना उठाना
वादा मेरा तुमसे
सदियों तक रहूँगा साथ
जब तक रहोगे मेरे पास
ज़मीन पर ना सही
सपनों में मिलूंगा
निरंतर तुम्हें देखूंगा
तुम ना कहोगे जब तक
हर लम्हा तुम को दूंगा
खुद को भूलूंगा
दुआ खुदा से करूंगा
सपने में रहने दे
सपने में जीने दे
सपने में मरने दे
सिर्फ तेरा साथ
दे दे
01-07-2011
1117-01-07-11
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