छू जाएँ दिल को ऐसे लोग कहाँ ?
जिस को मिले ,मुझे भी मिला दे
अरसे से पल रही हसरत मिटा दे
निरंतर दुनिया में ढूंढा जिन्हें
ऐसी शख्शियतों से रूबरू करा दे
दूसरों के दर्द में अश्क बहाते हो
खुद दर्द सह कर भी हँसते हों
खुदा ऐसे एक इंसान से मिला दे
मेरे जैसे लोग लाखों दुनिया में
कोई तो अलग होगा मुझ से
उस एक शख्श से ही मिला दे
सब्र बहुत रखी मैंने अब तक
कम से कम उसका नाम तो बता दे
05-07-2011
1140-24-07-11
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