बेबस किया
निगाहों को थामा
दिल को बांधा
कौन हूँ ?
भुला दिया
जहन में जलजला
मचा दिया
जीने का मकसद
दे दिया
मुझे मंजिल का
निगाहों को थामा
दिल को बांधा
कौन हूँ ?
भुला दिया
जहन में जलजला
मचा दिया
जीने का मकसद
दे दिया
मुझे मंजिल का
पता बता दिया
04-07-2011
1132-16-07-11
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