Friday, June 10, 2011

तुझ से मिलना संगम दो नदियों का

तुझ से मिलना
संगम दो नदियों का
मिल कर बहना
समंदर में मिलना
भाप बन
आकाश में उड़ जाना
बरसात बन
ज़मीन पर आना
हर हाल में
निरंतर साथ रहना 
साथ जीना मरना
मकसद है
09-06-2011
1023-50-06-11

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