वो मंदिर भी जाता
मस्जिद भी जाता
दीपावली,ईद दोनों
मनाता
रमजान में रोजे
पर्यूषण में उपवास
रखता
क्रिसमस चर्च में
मनाता
मत्था गुरुद्वारे में
टेकता
निरंतर खुदा की
इबादत में डूबा
रहता
कोई सिरफिरा
कोई पागल कहता
मस्जिद भी जाता
दीपावली,ईद दोनों
मनाता
रमजान में रोजे
पर्यूषण में उपवास
रखता
क्रिसमस चर्च में
मनाता
मत्था गुरुद्वारे में
टेकता
निरंतर खुदा की
इबादत में डूबा
रहता
कोई सिरफिरा
कोई पागल कहता
उसकी नज़रों में
खुदा हर रूप में
एक था
बेफिक्र जीता था
25-06-2011
एक था
सर्वधर्म सुखाय
उसका सोच था बेफिक्र जीता था
25-06-2011
1097-124-06-11
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