मुझ को शक्ति दो प्रभु
मन को निश्छल रख सकूँ
जगत में प्रेम बाँट सकूँ
ऐसा जीवन दो प्रभु
देश सेवा कर सकूँ
निशक्त को सहारा दे सकूँ
ऐसा होंसला दो प्रभु
मिलजुल कर रह सकूँ
सबको सुख बाँट सकूँ
ऐसी हिम्मत दो प्रभु
हृदय को निर्मल रख सकूँ
सत्य की राह पर चल सकूँ
ऐसी इच्छा शक्ति दो प्रभु
बैर किसी से ना रख सकूँ
निरंतर प्रेम से रह सकूँ
ऐसा जीवन दो प्रभु
प्रभु भक्ति में लीन रहूँ
जीना सार्थक कर सकूँ
मन को निश्छल रख सकूँ
जगत में प्रेम बाँट सकूँ
ऐसा जीवन दो प्रभु
देश सेवा कर सकूँ
निशक्त को सहारा दे सकूँ
ऐसा होंसला दो प्रभु
मिलजुल कर रह सकूँ
सबको सुख बाँट सकूँ
ऐसी हिम्मत दो प्रभु
हृदय को निर्मल रख सकूँ
सत्य की राह पर चल सकूँ
ऐसी इच्छा शक्ति दो प्रभु
बैर किसी से ना रख सकूँ
निरंतर प्रेम से रह सकूँ
ऐसा जीवन दो प्रभु
प्रभु भक्ति में लीन रहूँ
जीना सार्थक कर सकूँ
ऐसी किस्मत दो प्रभु
25-06-2011
1098-125-06-11
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