मंजिल
मंजिल की तलाश में
ज़िन्दगी गुजर जाती
मिलती किसी को नहीं
*****
चिंतन
चिंतन
बिना जीवन नहीं
जीवन
बिना चिंतन नहीं
एक आगे आगे
दूजा पीछे पीछे
*****
सत्य सुनना
दूसरों का
सत्य सब सुनना
चाहते
खुद का सत्य
छुपा कर रखना
चाहते
*****
सत्य कहना
सत्य जानते हैं
कहने से पहले
तोलते हैं
कहूँ ना कहूँ
के भंवर में
डोलते हैं
*****
बच्चे- बड़े
बच्चे चाहते
बड़े हो जाएँ
बड़े चाहते
बच्चे बन जाएँ
*****
बचपन-बुढापा
बड़े बचपन को
भूल नहीं पाते
बच्चे बुढापे को
समझ नहीं पाते
*****
19-11-2011
1800-71-11-11
No comments:
Post a Comment