बराबरी
ऊंचे आसन पर
बैठ कर
धर्म गुरु प्रवचन
देते हैं
सब से बराबरी का
व्यवहार करो
*****
फुर्सत
धर्म गुरु प्रवचन
देते हैं
सब से बराबरी का
व्यवहार करो
*****
फुर्सत
हर आदमी
हंसना चाहता है
मगर रोने से
फुर्सत नहीं मिलती
*****
मेरा दुःख
हंसना चाहता है
मगर रोने से
फुर्सत नहीं मिलती
*****
मेरा दुःख
हर आदमी सोचता
मेरा दुःख सबसे
मेरा दुःख सबसे
ज्यादा
****
गति
घायल की
गति घायल जाने
जो मर गया
उसकी
गति घायल जाने
जो मर गया
उसकी
गति कौन जाने ?
****
****
डाक्टर
इंतज़ार बीमार का
करता
इलाज बीमारी का
करता
****
इंतज़ार बीमार का
करता
इलाज बीमारी का
करता
****
भूख
भूख इंसान की
भूख इंसान की
सबसे बड़ी बीमारी
अगर भूख नहीं होती
कोई भूखा नहीं रहता
झगडा फसाद कभी
नहीं होता
कोई भूखा नहीं रहता
झगडा फसाद कभी
नहीं होता
हर शख्श प्रेम से
रहता
(पेट,धन,पद,बल,काम,
ख्याती और की भूख)
****
ज़ल्दी
ज़ल्दी
यात्रियों को
मंजिल पर
पहुँचने की ज़ल्दी
पहुँच गए तो घर
लौटने की ज़ल्दी
*****
जिसे मिल जाता
पहुँचने की ज़ल्दी
पहुँच गए तो घर
लौटने की ज़ल्दी
*****
जिसे मिल जाता
जिसे मिल जाता
वो खुश होता
मौत के बारे में ऐसा
कोई ना कहता
वो खुश होता
मौत के बारे में ऐसा
कोई ना कहता
****
इतिहास
इतिहास
इतिहास
इतिहास
भविष्य के लिए
आगाह करता है
विडंबना है
कोई ध्यान नहीं
विडंबना है
कोई ध्यान नहीं
देता
****
****
ख्याति
इंसान की ख्याति
उसके पहुँचने से
उसके पहुँचने से
पहले पहुँचती
उसके जाने के
उसके जाने के
बाद भी रहती
****
हाइकु
****
हाइकु
क्यों लिखू हाइकु
जब क्षणिका मेरे पास
क्यों लूं उधार
जब मेरी अपनी
जब क्षणिका मेरे पास
क्यों लूं उधार
जब मेरी अपनी
मेरे साथ
25-11-2011
1817-82-11-11
No comments:
Post a Comment