Sunday, October 23, 2011

जो ना हो सका बरसों में इंटरनेट ने कर दिया


एक दूसरे को
जानते तक नहीं
ना कभी मिले
ना कभी देखा
इंटरनेट की दुनिया से
परिचय हुआ
ईमेल,चैटिंग के जरिये
कुछ उन्होंने कहा
कुछ मैंने कहा
कई मसलों पर
 विचारों का
आदान प्रदान हुआ
दोनों को सुखद लगा
एक नया रिश्ता बना
निरंतर ठहरा हुआ
जीवन गतिमान हुआ
एक दोस्त मुझे
एक उन्हें मिला
जो ना हो सका
बरसों में
 इंटरनेट ने कर
दिया
23-10-2011
1696-103-10-11

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