बिछड़ने से पहले ही
क्यूं बिछड़ गए ?
पास रह कर भी दूर
क्यूं हो गए ?
फासले दिलों के
क्यूं बढ़ गए ?
सोचने का तरीका
जुदा हो सकता है
ख्यालों में फर्क हो
सकता है
इसका मतलब ये तो नहीं
तुम हमको दुश्मन
समझने लगो
निरंतर रश्क करने लगो
अपना हो कर भी पराया
समझने लगो
हमेशा दिल से चाहा
तुमको
क्यूं अब जान के प्यासे
हो गए ?
21-10-2011
1683-90-10-11
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