दिखाने को वो भी
दीपावली मनाएंगे
मांडनों से घर को
सजाएँगे
पकवान बनाएँगे
पटाखे चलाएंगे
हर आने वाले से
हँस हँस कर मिलेंगे
मन ही मन हमें
याद करते रहेंगे
कौने में जा कर
चुप चाप रोयेंगे
निरंतर
चेहरे पर चेहरा
चढ़ा कर
दूरियां सहेंगे
24-10-2011
1704-111-10-11
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