निरंतर कुछ सोचता रहे,कुछ करता रहे,कलम के जरिए बात अपने कहता रहे....
(सर्वाधिकार सुरक्षित) ,किसी की भावनाओं को ठेस पहुचाने का कोई प्रयोजन नहीं है,फिर भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे तो क्षमा प्रार्थी हूँ )
निरंतर उड़ता सपनों की दुनिया में खो जाता आकाश में पहुँच जाता सितारों के साथ नाचता चाँद के साथ गाता दुनिया को अपना बनाता हँसते गाते मस्ती में जीता जाता 03-06-2011
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