Monday, October 3, 2011

पहली बार मिले

पहली बार मिले
रंग बिरंगे
सपने उड़ान भरने लगे
मन के सूने आकाश में
परिंदे फडफडाने लगे
ह्रदय में प्रेम संगीत के
नए सुर सजने लगे
संबंधों को विचारों से
आगे बढाने लगे
हवाई किले बनाने से
पहले
उनसे भी तो पूछ लो
वो क्या चाहते हैं ?
निरंतर ,मुस्काराने को
प्रेम क्यों समझते हो
01-10-2011
1593-02-10-11

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