Saturday, October 1, 2011

हास्य कविता-चैटिंग का स्टिंग ऑप्रेशन

हँसमुखजी
चैटिंग के किस्से सुन कर
फिर से
इश्किया मूड में आ गए
६० की उम्र में २५ का
दिखने की चाहत में
ब्यूटी पार्लर जा कर
ज़र्ज़र चेहरे का जीर्णोद्धार
करवा आये
नया विग लगवाया
स्टूडियो में नया फोटो
खिचवाया
फिर उत्साह से इन्टरनेट
पर लगा दिया
पहले ही दिन एक कन्या का
प्रस्ताव आया
घंटों बतियाने लगे
हंसी मज़ाक ,दिल की बातों
का आदान प्रदान होने लगा
भावावेश में
हँसमुखजी ने कन्या को
विवाह का प्रस्ताव दे दिया
कन्या बिफर गयी
फ़ौरन बोली हँसमुखजी मैंने
आपको पहचान लिया
आपके मकान से
आंठ्वे मकान में रहती हूँ
उसी ब्यूटी पार्लर में
काम करती हूँ
जहाँ आपने पुरानी
इमारत का
रंग रोशन करवाया
मैं उस दिन ही समझ गयी थी
दाल में कुछ काला है
इसीलिए आप की चैटिंग का
स्टिंग ऑप्रेशन कर डाला
अब मान जाओ
मुझे छोटी बहन समझ कर
राखी बंध वालो
नहीं तो ज़र्ज़र इमारत को
ध्वस्त कर दूंगी
खंडहर को भाई की अर्थी
समझ लूंगी
किसी टूटे खम्बे को ही
राखी बाँध दूंगी
आपको बहन के प्यार से
नवाजूंगी
30-09-2011
1591-162-09-11

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