कभी
लोग हमें देखते थे
अब
अब
हम लोगों को देखते हैं
कहाँ से
कहाँ से
कहाँ पहुँच गए हम
प्यासों की
प्यासों की
प्यास बुझाते बुझाते
प्यासे रह गए हम
प्यासे रह गए हम
निरंतर दिल देते गए
बेवफायी से हार गए हम
मोहब्बत के नाम से
बेवफायी से हार गए हम
मोहब्बत के नाम से
अब घबराते हैं हम
वफ़ा की तलाश में
वफ़ा की तलाश में
भटक रहे हैं हम
परायों को अपना
परायों को अपना
बनाने की
कोशिश कर रहे हैं हम
कोशिश कर रहे हैं हम
मन से मन मिलाने को
तरस रहे हैं हम
01-10-2011
1594-03-10-11
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