Friday, February 18, 2011

कभी हैवान कभी खुदा बनते

272—02-11
बड़ी आसानी से 
आँख चुराते
नहीं मिलने के 
बहाने ढूंढते
वादा तोड़ने में 
गुरेज ना करते 
चेहरे पर शिकन
ना लाते
शिकायत हंस कर 
टाल देते 
मासूमी से माफी 
मांग लेते
निरंतर वो ही   
दिल तोड़ते
मलहम   भी वो ही
लगाते
कभी हैवान कभी 
खुदा बनते
18-02-2011

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