195--02-11
इक बार
नज़र उठा कर देख ले
नज़र से नज़र मिला ले
मोहब्बत मुझ से
करते हो
यकीन मुझे दिला दे
फिर चाहे जान
मेरी ले ले
या गम-ऐ-दिल बता दे
तेरे गम मुझे दे दे
तेरे चेहरे पर खुदा
हंसी दे दे
रौनक उस की बढ़ा दे
गम से राहत दे दे
दुआ खुदा से करूंगा
हर वक़्त तुझे
मुस्कराता देखूं
हर लम्हां चहकता
देखूं
महक से तेरी
जहाँ को मदहोश
होते देखूं
ख्वाब में तुझे देखूं
“निरंतर” खुदा तुझे
समझूं
इबादत तेरी करूँ
तेरे खातिर वजूद
अपना मिटा दूं
04-02-2011
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