आज दिल टूट गया
जिन के लिए जिया
उन्होंने दुत्कार दिया
बड़ी शिद्दत से देखे
ख़्वाबों को तोड़ दिया
निरंतर हँसते हुए को
रुला दिया
नाकामयाबी के
मुकाम पर पहुंचा दिया
ज़िन्दगी की
हक़ीक़तों से वाकिफ
करा दिया
फिर से शुरुआत का
मौक़ा दे दिया
मरने से पहले
नया काम दे दिया
जिन के लिए जिया
उन्होंने दुत्कार दिया
बड़ी शिद्दत से देखे
ख़्वाबों को तोड़ दिया
निरंतर हँसते हुए को
रुला दिया
नाकामयाबी के
मुकाम पर पहुंचा दिया
ज़िन्दगी की
हक़ीक़तों से वाकिफ
करा दिया
फिर से शुरुआत का
मौक़ा दे दिया
मरने से पहले
नया काम दे दिया
15-09-2011
1508-80-09-11
No comments:
Post a Comment